दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की पत्नी को गृह मंत्री ने पत्र लिखकर दुख प्रकट किया






गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर भड़की हिंसा में मारे गए दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की पत्नी को पत्र लिखकर दुख प्रकट किया है. गृह मंत्री ने लिखा है कि मैं आपके पति की असामयिक मृत्यु पर दुख और गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. 42 वर्ष के हेड कांस्टेबल रतन लाल सहायक पुलिस आयुक्त, गोकुलपुरी के कार्यालय से जुड़े हुए थे.



गृह मंत्री ने लिखा, "आपके बहादुर पति समर्पित पुलिसकर्मी थे जिन्होंने कठिन चुनौतियों का सामना किया. सच्चे सिपाही की तरह उन्होंने इस देश की सेवा के लिए सर्वोच्च कुर्बानी दी. मैं ईश्वर से आपको इस दुख और असमय क्षति को सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं." शाह ने कहा कि इस दुख की घड़ी में पूरा देश आपके परिवार के साथ है.



परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटियां, एक बेटापुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान पुलिस कर्मियों पर किये गए पथराव में वह घायल हो गए थे. उन्होंने बताया कि रतन लाल मूल रूप से राजस्थान के सीकर के रहने वाले थे और 1998 में दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुए थे. उनके परिवार में पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है. तीनों बच्चे अभी पढ़ाई कर रहे हैं. रतन लाल की मां संतरा देवी और भाई दिनेश गांव में परिवार के साथ रहते हैं. उनके एक भाई बेंगलुरु में रहते हैं.

बता दें इस हिंसा में घायल हुए एक शख्स की मंगलवार को मौत हो गई है. इसे मिलाकर कल से अब तक कुल 10 लोगों की मौत हो चुकी है.

इससे पहले इस मामले में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को दिल्ली की स्थिति पर मुख्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्‍होंने कहा कि सभी राजनीतिक पार्टियां दलगत राजनीति से ऊपर उठें और जनता के बीच भय और अफवाहों के माहौल को दूर करें.

11 FIR दर्ज
वहीं दिल्ली पुलिस के डीसीपी एमएस रंधावा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसक प्रदर्शन में हिंसा के मामले में 11 एफआईआर दर्ज की गई हैं और कई लोगों को हिरासत में लिया गया है. दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में लगभग एक हजार पुलिसकर्मियों की सशस्त्र बटालियन तैनात की जा रही है और अंतरराज्यीय सीमाओं पर करीब से नजर रखी जा रही है.

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